भास्कर न्यूज त्न रोहतक
प्रमोशन से पहले शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे रेशनलाइजेशन का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए रविवार को शिक्षक हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के बैनर तले शहर के डबल पार्क में एकत्रित हुए। जिला प्रशासन ने शिक्षकों का ज्ञापन लेने के लिए तहसीलदार को मौके पर भेजा तो गुरुजी नाराज हो गए। उन्होंने तहसीलदार को ज्ञापन देने से इंकार कर दिया तो तहसीलदार प्रताप सिंह ने भी शिक्षकों को कहा कि आपका ज्ञापन लेने के लिए कोई नहीं आएगा। शिक्षकों ने तहसीलदार से दो टूका कहा कि हम आपको ज्ञापन नहीं देंगे, चाहे रात तक इंतजार करना पड़े । इसकी जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री के राजनैतिक सचिव जेके मल्होत्रा पहुंचे और उन्होंने ज्ञापन लेकर शिक्षकों को समझाया और १६ मई के बाद मामला हल करने के लिए कहा।
प्रमोशन से पहले शिक्षकों के होने जा रहे रेशनलाइजेशन सहित अन्य कई
मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को ज्ञापन देने के लिए रविवार को शिक्षक इकठ्ठा हुए। इसमें जिले के अलावा जींद, पानीपत व झज्जर व राज्यकारिणी के पदाधिकारियों ने भाग लिया। यहां पर उनके आवास के सामने बने डबल पार्क में बैठक कर थे कि तभी तहसीलदार शिक्षकों का ज्ञापन लेने के लिए पहुंच गए। तहसीलदार ने जब शिक्षकों से बात कर ज्ञापन मांगा, तो शिक्षक भड़क गए और ज्ञापन देने से मना कर दिया। तहसीलदार ने भी शिक्षकों कह दिया कि आप लोगों का ज्ञापन लेने के लिए अब कोई नहीं आएगा। बस इसी बात पर शिक्षक भी नाराज हो गए और कहा कि हम रात-दिन यहीं पर बैठे रहेंगे, लेकिन ज्ञापन सीएम या फिर उनके प्रतिनिधि को ही देकर ही जाएंगे। बैठक में एसोसिएशन के राज्य संरक्षक सतपाल बूरा, राज्य प्रधान रमेश मलिक, राज्य उप प्रधान राजसिंह मलिक, रोहतक प्रधान राकेश नरवाल, यादवेन्द्र, करनैल सिंह, राजेन्द्र नेहरा, रोहताश, सुरेश धनखड़, सुरेन्द्र सहरावत, सुरेन्द्र अहलावत आदि मौजूद रहे। इन मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन * शिक्षकों ने सीएम को रेशनेलाईजेशन के बारे में बताया कि पूर्व स्टैण्ड को दोहराती है, इसके अनुसार कक्षा ५-८ का कार्यभार टीजीटी में जोड़ा जाए। कक्षा का आकार आरटीई के अनुसार ३५ छात्रों से बड़ा न किया जाए, ५ से ८ तक कक्षा का कार्यभार केवल टीजीटी के पास होने चाहिए तथा ३६ छात्र होते ही दूसरा सैक्शन बनाया जाए। विषयवार साप्ताहिक पीरियड पहले की तरह ७ व ८ प्रति सप्ताह रखा जाए। * टीजीटी की एसीपी की शक्तियां जिला स्तर पर दी जाए क्योंकि पहले ही बड़ी संख्या में एसीपी के मामले निदेशालय स्तर पर महीनों से अटके पडे है तथा एसीपी ८, १६ व २४ में देने पर एसीपी के मामलों की संख्या बढ़ गई है। * मौलिक स्कूल में मुख्य अध्यापकों की नियमानुसार वरिष्ठता सूची बनाकर वर्ष २०१२ के सेवा नियम अनुसार पदोन्नति कर सभी रिक्त पद भरे जाए। मल्होत्रा बोले-सॉरी, अब १६ मई के बाद ही होगा कुछ जेके मल्हौत्रा ने शिक्षकों का ज्ञापन लेकर कहा कि-सॉरी, इस मुद्दे पर अब १६ मई के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकता है। अभी हम इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं। आचारसंहिता खत्म होते ही सीएम के साथ इस मुद्दे को लेकर बैठक की जाएगी और उसमें आप लोगों के पक्ष में जरूर कोई निर्णय निकलेगा। Like · · Share
मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को ज्ञापन देने के लिए रविवार को शिक्षक इकठ्ठा हुए। इसमें जिले के अलावा जींद, पानीपत व झज्जर व राज्यकारिणी के पदाधिकारियों ने भाग लिया। यहां पर उनके आवास के सामने बने डबल पार्क में बैठक कर थे कि तभी तहसीलदार शिक्षकों का ज्ञापन लेने के लिए पहुंच गए। तहसीलदार ने जब शिक्षकों से बात कर ज्ञापन मांगा, तो शिक्षक भड़क गए और ज्ञापन देने से मना कर दिया। तहसीलदार ने भी शिक्षकों कह दिया कि आप लोगों का ज्ञापन लेने के लिए अब कोई नहीं आएगा। बस इसी बात पर शिक्षक भी नाराज हो गए और कहा कि हम रात-दिन यहीं पर बैठे रहेंगे, लेकिन ज्ञापन सीएम या फिर उनके प्रतिनिधि को ही देकर ही जाएंगे। बैठक में एसोसिएशन के राज्य संरक्षक सतपाल बूरा, राज्य प्रधान रमेश मलिक, राज्य उप प्रधान राजसिंह मलिक, रोहतक प्रधान राकेश नरवाल, यादवेन्द्र, करनैल सिंह, राजेन्द्र नेहरा, रोहताश, सुरेश धनखड़, सुरेन्द्र सहरावत, सुरेन्द्र अहलावत आदि मौजूद रहे। इन मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन * शिक्षकों ने सीएम को रेशनेलाईजेशन के बारे में बताया कि पूर्व स्टैण्ड को दोहराती है, इसके अनुसार कक्षा ५-८ का कार्यभार टीजीटी में जोड़ा जाए। कक्षा का आकार आरटीई के अनुसार ३५ छात्रों से बड़ा न किया जाए, ५ से ८ तक कक्षा का कार्यभार केवल टीजीटी के पास होने चाहिए तथा ३६ छात्र होते ही दूसरा सैक्शन बनाया जाए। विषयवार साप्ताहिक पीरियड पहले की तरह ७ व ८ प्रति सप्ताह रखा जाए। * टीजीटी की एसीपी की शक्तियां जिला स्तर पर दी जाए क्योंकि पहले ही बड़ी संख्या में एसीपी के मामले निदेशालय स्तर पर महीनों से अटके पडे है तथा एसीपी ८, १६ व २४ में देने पर एसीपी के मामलों की संख्या बढ़ गई है। * मौलिक स्कूल में मुख्य अध्यापकों की नियमानुसार वरिष्ठता सूची बनाकर वर्ष २०१२ के सेवा नियम अनुसार पदोन्नति कर सभी रिक्त पद भरे जाए। मल्होत्रा बोले-सॉरी, अब १६ मई के बाद ही होगा कुछ जेके मल्हौत्रा ने शिक्षकों का ज्ञापन लेकर कहा कि-सॉरी, इस मुद्दे पर अब १६ मई के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकता है। अभी हम इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं। आचारसंहिता खत्म होते ही सीएम के साथ इस मुद्दे को लेकर बैठक की जाएगी और उसमें आप लोगों के पक्ष में जरूर कोई निर्णय निकलेगा। Like · · Share
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