चंडीगढ़ : शिक्षा विभाग में कार्यरत कंप्यूटर शिक्षकों के वेतन से सिक्योरिटी राशि काटने के मामले में प्रदेश सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने निजी कंपनियों के साथ-साथ जवाबदेह अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। मामले की जांच के लिए गठित समिति की रिपोर्ट भुक्कल के पास पहुंच चुकी हैं। रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है। जांच समिति की दोषी अधिकारियों पर अगर कड़ी टिप्पणियां हुईं तो सख्त से सख्त कार्रवाई तय है। 1शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कहा है कि कंप्यूटर शिक्षकों के वेतन से सिक्योरिटी राशि काटने के मामले में निजी कंपनियों समेत विभाग के दोषी अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। जांच समिति की रिपोर्ट का वह गहनता से अध्ययन कर रही हैं, जल्द ही उचित निर्णय लिया जाएगा। इसमें जितना दोषी निजी कंपनियां हैं, उतना ही निगरानी करने वाले
विभाग के अधिकारी भी हैं। सरकार ने कंप्यूटर टीचर्स की भर्ती के लिए जिन कंपनियों को ठेका दिया हुआ है, वे शिक्षकों से भारी राशि सिक्योरिटी के रूप में वसूल रही हैं। इसका शिक्षकों ने विरोध किया था। इस पर विभाग ने दो महीने पहले जांच समिति गठित कर दी थी। शिक्षा मंत्री ने बताया कि 19 अगस्त 2013 को उच्च अधिकार प्राप्त समिति की सिफारिश पर तीन एजेंसियों के साथ कंप्यूटर अध्यापकों की सेवाएं प्रदान करने के लिए अनुबंध किया गया था। कंपनी ने इसके आधार पर 2602 कंप्यूटर फैकल्टी उपलब्ध कराई है। उन्होंने कहा कि नियमों व शर्तो को पूरा न करने पर कंप्यूटर फैकल्टी उपलब्ध करा रही एजेंसियों के साथ अब समझौता खत्म कर दिया गया है।
विभाग के अधिकारी भी हैं। सरकार ने कंप्यूटर टीचर्स की भर्ती के लिए जिन कंपनियों को ठेका दिया हुआ है, वे शिक्षकों से भारी राशि सिक्योरिटी के रूप में वसूल रही हैं। इसका शिक्षकों ने विरोध किया था। इस पर विभाग ने दो महीने पहले जांच समिति गठित कर दी थी। शिक्षा मंत्री ने बताया कि 19 अगस्त 2013 को उच्च अधिकार प्राप्त समिति की सिफारिश पर तीन एजेंसियों के साथ कंप्यूटर अध्यापकों की सेवाएं प्रदान करने के लिए अनुबंध किया गया था। कंपनी ने इसके आधार पर 2602 कंप्यूटर फैकल्टी उपलब्ध कराई है। उन्होंने कहा कि नियमों व शर्तो को पूरा न करने पर कंप्यूटर फैकल्टी उपलब्ध करा रही एजेंसियों के साथ अब समझौता खत्म कर दिया गया है।
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