Sunday, June 2, 2013

HAR CHILD KA DATA HOGA COMPUTER ME FEED

छात्र किस कक्षा में है..उसकी उम्र, कैटेगरी व अन्य तमाम जानकारी अब एक साफ्टवेयर में संग्रह की जाएगी। शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत गर्मी की छुट्टियों में डाटा संग्रह का कार्य पूरा किया जाएगा। आधार फ्रेंडली डाइस से छात्रों की ट्रैकिंग आसान होगी। सरकारी स्कूलों में फर्जी नामांकन पर अंकुश लग सकेगा।1एसएसए निदेशालय पहली से आठवीं कक्षा तक के छात्र छात्रओं तक आसानी से पहुंच बनाने के लिए डाटा संग्रह कराएगा। प्रदेश के सरकारी व निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का डाटा अलग-अलग एक साफ्टवेयर में फीड
किया जाएगा। साफ्टवेयर का नाम ‘आधार फ्रेंडली चाइल्ड प्रोफाइल डाटा इंट्री मॉडयूल’ दिया गया है। नए किस्म के इस साफ्टवेयर में बच्चों से संबंधित सारी जानकारी फीड की जाएगी। विद्यालय स्तर पर बच्चों का डाटा फीड करने का कार्य स्कूल इंफार्मेशन मैनेजर (एसआइएम) करेंगे। खंड स्तर पर यह कार्य एसएसए कार्यालय के ऑपरेटर करेंगे। सर्व शिक्षा अभियान निदेशालय ने सभी जिला परियोजना संयोजकों को पत्र लिखकर ग्रीष्मावकाश में डाटा संग्रह का कार्य हर हाल में पूरा कराने की हिदायत दी है।1डाटा में 28 प्वाइंट : निजी व सरकारी स्कूलों में पहली बार बच्चों का डाटा साफ्टवेयर में संग्रह होगा। खास किस्म के इस साफ्टवेयर में 28 बिंदु दिए गए हैं। बच्चे का नाम, माता पिता का नाम, स्कूल का नाम, कक्षा, आयु, कैटेगरी, जन्म तिथि, जेंडर, पहले किस स्कूल में पढ़ाई की, ड्रेस, मिड डे मील व अन्य ग्रांट के उपभोग के बारे में सभी जानकारी कंप्यूटर में फीड की जाएगी। बच्चा बेघर है तो इसकी जानकारी भी देनी होगी। मालूम हो कि पहले नाम व स्कूल के आधार पर डाटा संग्रह नहीं किया जाता था

No comments:

Post a Comment