चंडीगढ़। हरियाणा में शिक्षा का स्तर बेहतर करने में जुटा शिक्षा विभाग के सामने कई चुनौतियां हैं। इनमें सबसे बड़ी चुनौती गेस्ट अध्यापकाें को पक्का करने की है। वोट बैंक के तौर पर देखे जा रहे यह गेस्ट अध्यापक बीते दस साल से कांग्रेस सरकार के दरवाजे पर दस्तक दे रहे थे। कांग्र्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने के बावजूद गेस्ट अध्यापकों को लॉलीपाप हासिल हुआ है। अब इन्हें हरियाणा की खट्टर सरकार से आस है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रामबिलास शर्मा इन अध्यापकों के धरने प्रदर्शन में भी पहुंचे हैं। उन्हें पक्का करने का आश्वासन भी दिया है। संयोगवश शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी भी रामबिलास शर्मा के पास है। इसके अलावा कंप्यूटर अध्यापकाें की भी मांग अभी तक लंबित है। कंप्यूटर अध्यापक खुद को शिक्षा विभाग में समाहित करने की बात कह रहे हैं। इनके धरने में भी शिक्षा मंत्री ने जाकर इन्हें आश्वासन दिया था।
राज्य में
शिक्षा के अधिकार कानून के तहत भी कई प्रयोग किए गए हैं। अब नई सरकार से अध्यापकों और बच्चों को शिक्षा की व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है। हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ के चेयरमैन कुलभूषण गोयल के मुताबिक सुधार के लिए सरकार को सबसे पहले शिक्षा विभाग के कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार समाप्त होना चाहिए। इसके अलावा शिक्षा नीतियों में किए गए अनावश्यक बदलाव समाप्त किए जाएं। शिक्षा के अलावा अध्यापकों और विभाग पर अतिरिक्त काम का बोझ कम किया जाए। कंप्यूटर शिक्षा चलाने के लिए मानदंड निर्धारित हो और हर छह माह में होने वाले अधिकारियों के तबादलाें पर रोक लगे ये हैं चुनौतियां •कांग्रेस सरकार दस साल में नहीं कर सकी समाधान केबिनेट की बैठक में हो सकती है गेस्ट अध्यापकों पर चर्चा जल्द ही शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए बड़ा निर्णय लेंगे। सरकार की अगली मंत्रिमंडल की बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा होगी। जिसमें गेस्ट अध्यापक सहित अन्य सभी मुद्दे शामिल हैं। गरीब प्रतिभावान बच्चों की पढ़ाई को लेकर भी सरकार चिंतित है। इस समस्या का समाधान भी सरकार करेगी। मैने अधिकारियों से सारा विवरण मांग लिया है। रामबिलास शर्मा, शिक्षा मंत्री हरियाणा पिछली सरकार इस मामले में कोई हल नहीं निकालना चाहती थी। उनकी मंशा नहीं थी कुछ करने की। हम वीरवार को शिक्षा मंत्री से चंडीगढ़ में मिले थे। उन्होंने आश्वासन दिया है। शिक्षा मंत्री की इस मामले में पाजिटिव सोच है। राजेंद्र शास्त्री, संयोजक हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ
शिक्षा के अधिकार कानून के तहत भी कई प्रयोग किए गए हैं। अब नई सरकार से अध्यापकों और बच्चों को शिक्षा की व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है। हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ के चेयरमैन कुलभूषण गोयल के मुताबिक सुधार के लिए सरकार को सबसे पहले शिक्षा विभाग के कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार समाप्त होना चाहिए। इसके अलावा शिक्षा नीतियों में किए गए अनावश्यक बदलाव समाप्त किए जाएं। शिक्षा के अलावा अध्यापकों और विभाग पर अतिरिक्त काम का बोझ कम किया जाए। कंप्यूटर शिक्षा चलाने के लिए मानदंड निर्धारित हो और हर छह माह में होने वाले अधिकारियों के तबादलाें पर रोक लगे ये हैं चुनौतियां •कांग्रेस सरकार दस साल में नहीं कर सकी समाधान केबिनेट की बैठक में हो सकती है गेस्ट अध्यापकों पर चर्चा जल्द ही शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए बड़ा निर्णय लेंगे। सरकार की अगली मंत्रिमंडल की बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा होगी। जिसमें गेस्ट अध्यापक सहित अन्य सभी मुद्दे शामिल हैं। गरीब प्रतिभावान बच्चों की पढ़ाई को लेकर भी सरकार चिंतित है। इस समस्या का समाधान भी सरकार करेगी। मैने अधिकारियों से सारा विवरण मांग लिया है। रामबिलास शर्मा, शिक्षा मंत्री हरियाणा पिछली सरकार इस मामले में कोई हल नहीं निकालना चाहती थी। उनकी मंशा नहीं थी कुछ करने की। हम वीरवार को शिक्षा मंत्री से चंडीगढ़ में मिले थे। उन्होंने आश्वासन दिया है। शिक्षा मंत्री की इस मामले में पाजिटिव सोच है। राजेंद्र शास्त्री, संयोजक हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ
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