चंडीगढ़ : पंजाब सरकार ने अब एजुकेशन डिपार्टमेंट में नए भर्ती होने वाले टीचर्स के लिए नियम और कड़े कर दिए हैं। इसके लिए अब उन्हें टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट क्लियर करने के बाद उस सब्जेक्ट का टेस्ट अलग से क्लियर करना होगा, जिस सब्जेक्ट का टीचर बनने के लिए उसने अप्लाई किया होगा। यह टेस्ट क्लियर करने के बाद ही उसकी टीचर के रूप में अपाॅइंटमेंट की जाएगी। टेस्ट क्लियर करने पर उसे टीचर भर्ती नहीं किया जाएगा। यह टेस्ट एजुकेशन डिपार्टमेंट की तरफ से ही लिया जाएगा।
भर्ती के बाद दी जाएगी ट्रेनिंग
नए टीचर्स की भर्ती के बाद अब एजुकेशन डिपार्टमेंट की ओर से उन्हें उनका सब्जेक्ट पढ़ाने की हर साल स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके लिए 400 टीचर्स की टीम बनाई गई है, जो नए भर्ती होने वाले टीचर्स को ट्रेनिंग देंगे।
इसलिए लिया फैंसला
एजुकेशन डिपार्टमेंट की तरफ से कुछ महीने पहले राज्य के स्कूलों में काम कर रहे टीचर्स की
वर्कशाॅप लगाई गई थी। इसमें इंग्लिश के टीचर्स को एक लाइन लिखने को कहा गया था, लेकिन कोई भी टीचर वह लाइन प्राॅपर नहीं लिख पाया था। यानी इंग्लिश के टीचर्स की परफाॅर्मेंस काफी खराब रही। इससे यह बात सामने आई कि पंजाब के स्कूलों में काम करने वाले टीचर्स की परफाॅर्मेंस वाकई खराब है। अगर इंग्लिश के टीचर्स का यह हाल है तो बाकी सब्जेक्ट्स के टीचर्स का भी ऐसा ही हाल होगा। ऐसे टीचर स्टूडेंट्स को क्या पढ़ाएंगे। टीचर्स की इसी खराब परफाॅर्मेंस को देखते हुए एजुकेशन डिपार्टमेंट ने टीचर्स की भर्ती के नियम कड़े करने के फैसला लिया।
वर्कशाॅप लगाई गई थी। इसमें इंग्लिश के टीचर्स को एक लाइन लिखने को कहा गया था, लेकिन कोई भी टीचर वह लाइन प्राॅपर नहीं लिख पाया था। यानी इंग्लिश के टीचर्स की परफाॅर्मेंस काफी खराब रही। इससे यह बात सामने आई कि पंजाब के स्कूलों में काम करने वाले टीचर्स की परफाॅर्मेंस वाकई खराब है। अगर इंग्लिश के टीचर्स का यह हाल है तो बाकी सब्जेक्ट्स के टीचर्स का भी ऐसा ही हाल होगा। ऐसे टीचर स्टूडेंट्स को क्या पढ़ाएंगे। टीचर्स की इसी खराब परफाॅर्मेंस को देखते हुए एजुकेशन डिपार्टमेंट ने टीचर्स की भर्ती के नियम कड़े करने के फैसला लिया।
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