रोहतक। एआईपीएमटी और एसएससी समेत भिवानी बोर्ड के पेपर व आंसर-की लीक करके नकल माफिया के गढ़ बने रोहतक में अब ठगों ने भी परीक्षा के दौरान अपना जाल फैला लिया है।
शनिवार व रविवार को एचटेट की तीन लेवल की परीक्षा के दौरान 5 आंसर-की बाजार में 2 से लेकर 20 हजार रुपए में बिकी। सोशल मीडिया पर भी आंसर-की भेजी गई। अधिकारियों के अनुसार, इनमें से एक भी असली नहीं है। ठगों ने परीक्षार्थियों को विश्वास में लेकर उन्हें चपत लगाई है।
पुलिस ने रविवार को आंसर-की के साथ तीन-चार परीक्षार्थियों को पकड़ा। जांच में इनके पास जो आंसर-की मिली, वह फर्जी निकली। अब इन पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। वहीं, रविवार को चार और परीक्षार्थियों को हाथ-सूट आदि पर उत्तर लिखकर आने पर पकड़ा गया। अब पुलिस नकल माफिया की धरपकड़ के साथ-साथ फर्जी आंसर-की बेचने वाले इन ठगों की धरपकड़ के लिए भी अलग से टीम
गठित करेगी। लेवल-3 की परीक्षा में आई थी 2 फर्जी आंसर-की शनिवार को हुई पीजीटी (लेवल-थ्री) की परीक्षा में दो आंसर-की सोशल मीडिया पर अाई। इनमें से एक रोहतक में बीस हजार रुपए तक में बेची गई। दोनों आंसर-की को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने फर्जी करार दिया। इसका मतलब यह है कि ठगों ने फर्जी आंसर-की बेचकर परीक्षार्थियों को ठगा। रविवार को मार्केट में आई तीन फर्जी आंसर-की रविवार को प्राइमरी टीचर (लेवल-1) व टीजीटी (लेवल-टू) की परीक्षा के दौरान तीन आंसर-की सोशल मीडिया व हार्ड कॉपी के रूप में मार्केट में आईं। सुबह वाली पाली के पेपर की एक आंसर-की में विभिन्न सेट के डेढ़ सौ प्रश्नों के हल लिखे थे, जो सोशल मीडिया पर आई। इसी पेपर की दूसरी आंसर-की हाथ से बनाई गई थी, जिसके साथ पुलिस ने एक युवक को आईसी कॉलेज के सामने से हिरासत में ले लिया। शाम की पाली में हुए पेपर की आंसर-की एक पेपर पर थी, जिसमें ए, बी व सी सेट लिखकर उनके सामने जवाब लिखे थे। सुबह मिली दोनों आंसर-की को भिवानी बोर्ड ने फर्जी घोषित कर दिया, जबकि शाम वाले पेपर की जांच के बाद पुलिस ने इसे गलत बताया। पर्ची के साथ पकड़ी छात्रा का बनाया यूएमसी पहली पाली में वैश्य कॉलेज से दो परीक्षार्थी आंसर-की के साथ पकड़े गए। एसआरएस स्कूल में चेकिंग के दौरान एक महिला के हाथ पर उत्तर लिखे मिले, जिसके बाद लिखाई मिटाकर उसे परीक्षा से बाहर कर दिया गया। दूसरी पारी में जाट कॉलेज पर परीक्षा के दौरान आंसर-की व पर्ची के साथ युवक-युवती पकड़े गए, जिन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया। वहीं, आईसी कॉलेज के कॉमर्स ब्लॉक में एक छात्रा पर्ची के साथ पकड़ी गई, जिसका यूएमसी केस बना दिया गया। पुलिस के कहना है कि फर्जी आंसर-की बांटी गई है। इसकी जांच की जा रही है। जिनके पास आपत्तिजनक चीजें मिली हैं, उनका नाम बोर्ड को भेजा जाएगा। पुलिस को देखते ही मुंह में दबा ली पर्ची पुलिस व खुफिया विभाग को सूचना मिली कि आईसी कॉलेज के पास एक कार में बैठे दो युवकों के पास प्राइमरी टीचर (लेवल-1) परीक्षा की आंसर-की है। पुलिस जैसे ही कार के नजदीक पहुंची तो उसमें बैठा एक युवक एक पर्ची पर कुछ लिख रहा था। उसने जैसे ही पुलिस को अपनी तरफ आता देखा, पर्ची को मुंह में दबा लिया और उसे निगलने की कोशिश की। पुलिस ने मशक्कत कर उसका मुंह खुलवाकर अधचबी पर्ची को बाहर निकाला। पुलिस ने गढ़ी बोहर निवासी इस युवक को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने जांच के लिए आंसर-की भिवानी बोर्ड भेजी तो वह फर्जी निकली।
गठित करेगी। लेवल-3 की परीक्षा में आई थी 2 फर्जी आंसर-की शनिवार को हुई पीजीटी (लेवल-थ्री) की परीक्षा में दो आंसर-की सोशल मीडिया पर अाई। इनमें से एक रोहतक में बीस हजार रुपए तक में बेची गई। दोनों आंसर-की को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने फर्जी करार दिया। इसका मतलब यह है कि ठगों ने फर्जी आंसर-की बेचकर परीक्षार्थियों को ठगा। रविवार को मार्केट में आई तीन फर्जी आंसर-की रविवार को प्राइमरी टीचर (लेवल-1) व टीजीटी (लेवल-टू) की परीक्षा के दौरान तीन आंसर-की सोशल मीडिया व हार्ड कॉपी के रूप में मार्केट में आईं। सुबह वाली पाली के पेपर की एक आंसर-की में विभिन्न सेट के डेढ़ सौ प्रश्नों के हल लिखे थे, जो सोशल मीडिया पर आई। इसी पेपर की दूसरी आंसर-की हाथ से बनाई गई थी, जिसके साथ पुलिस ने एक युवक को आईसी कॉलेज के सामने से हिरासत में ले लिया। शाम की पाली में हुए पेपर की आंसर-की एक पेपर पर थी, जिसमें ए, बी व सी सेट लिखकर उनके सामने जवाब लिखे थे। सुबह मिली दोनों आंसर-की को भिवानी बोर्ड ने फर्जी घोषित कर दिया, जबकि शाम वाले पेपर की जांच के बाद पुलिस ने इसे गलत बताया। पर्ची के साथ पकड़ी छात्रा का बनाया यूएमसी पहली पाली में वैश्य कॉलेज से दो परीक्षार्थी आंसर-की के साथ पकड़े गए। एसआरएस स्कूल में चेकिंग के दौरान एक महिला के हाथ पर उत्तर लिखे मिले, जिसके बाद लिखाई मिटाकर उसे परीक्षा से बाहर कर दिया गया। दूसरी पारी में जाट कॉलेज पर परीक्षा के दौरान आंसर-की व पर्ची के साथ युवक-युवती पकड़े गए, जिन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया। वहीं, आईसी कॉलेज के कॉमर्स ब्लॉक में एक छात्रा पर्ची के साथ पकड़ी गई, जिसका यूएमसी केस बना दिया गया। पुलिस के कहना है कि फर्जी आंसर-की बांटी गई है। इसकी जांच की जा रही है। जिनके पास आपत्तिजनक चीजें मिली हैं, उनका नाम बोर्ड को भेजा जाएगा। पुलिस को देखते ही मुंह में दबा ली पर्ची पुलिस व खुफिया विभाग को सूचना मिली कि आईसी कॉलेज के पास एक कार में बैठे दो युवकों के पास प्राइमरी टीचर (लेवल-1) परीक्षा की आंसर-की है। पुलिस जैसे ही कार के नजदीक पहुंची तो उसमें बैठा एक युवक एक पर्ची पर कुछ लिख रहा था। उसने जैसे ही पुलिस को अपनी तरफ आता देखा, पर्ची को मुंह में दबा लिया और उसे निगलने की कोशिश की। पुलिस ने मशक्कत कर उसका मुंह खुलवाकर अधचबी पर्ची को बाहर निकाला। पुलिस ने गढ़ी बोहर निवासी इस युवक को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने जांच के लिए आंसर-की भिवानी बोर्ड भेजी तो वह फर्जी निकली।
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