साल 2000 में चौटाला सरकार के समय
भर्ती 2985 जेबीटी टीचर्ज का भविष्य
अभी भी अधर में लटका हुआ है। इस मामले
में आज सोमवार को पंजाब एंड
हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई।मामले में
अगली सुनवाई 20 नवम्बर को होगी।
हाईइकोर्ट में हिरयाणा सरकार को 2985
जेबीटी टीचर्स को नौकरी में रखे रहने
की पोलिसी पेश करनी थी जो सरकार
नहीं पेस कर पाई। हरियाणा सरकार ने
कोर्ट से पोलिसी पेस करने के लिए समय
मांगा है। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में
विधानसभा चुनाव का हवाला देते हुऐ
कहा कि 2985 जेबीटी टीचर्स को नौकरी में
बनाऐ रखने के पोलिसी अभी पाईपलाईन में
है अक्टूबर माह में प्रेदश में विधानसभा के
चुनाव होने है।एसे में प्रदेश में नई सरकार
बनने पर ही कोई फैसला लिया जाऐगा।
एकल बैंच के
फैसले को चुनौती देने पर
हाईकोर्ट की डबल बैंच ने एकल बैंच के आदेशों पर रोक लगा दी थी। इसी अपील के बाद जस्टिस जसबीर सिंह पर आधारित खंडपीठ ने कहा था कि इन टीचरों को लगे हुए 14 साल से अधिक अवधि हो चुकी है लिहाजा सरकार इस मामले में कोई रास्ता बनाए। हाईकोर्ट का मानना है कि अगर इनको सीधे तौर पर हटाया जाता है तो इनके परिवार प्रभावित होंगे, इसीलिए हरियाणा सरकार समस्या का समाधान निकाले या राहत दे या फिर कोई नीति बनाये। फिलहाल मामले में हरियाणा सरकार को 20 नवम्बर को अपनी रिपोर्ट पेश करनी होगी तब तक 2985 जेबीटी टीचर्ज के भविष्य अधर में लटका रहेगा
हाईकोर्ट की डबल बैंच ने एकल बैंच के आदेशों पर रोक लगा दी थी। इसी अपील के बाद जस्टिस जसबीर सिंह पर आधारित खंडपीठ ने कहा था कि इन टीचरों को लगे हुए 14 साल से अधिक अवधि हो चुकी है लिहाजा सरकार इस मामले में कोई रास्ता बनाए। हाईकोर्ट का मानना है कि अगर इनको सीधे तौर पर हटाया जाता है तो इनके परिवार प्रभावित होंगे, इसीलिए हरियाणा सरकार समस्या का समाधान निकाले या राहत दे या फिर कोई नीति बनाये। फिलहाल मामले में हरियाणा सरकार को 20 नवम्बर को अपनी रिपोर्ट पेश करनी होगी तब तक 2985 जेबीटी टीचर्ज के भविष्य अधर में लटका रहेगा
No comments:
Post a Comment