विकास बत्तान | कुरुक्षेत्र
हरियाणास्कूल अध्यापक भर्ती बोर्ड की ओर निकाली गई टीजीटी अंग्रेजी के पदों की भर्ती के लिए कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से बीए की पढ़ाई करने वाले हजारों विद्यार्थी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। जिसका कारण भर्ती बोर्ड की अंग्रेजी इलेक्टिव विषय की शर्त है।
बोर्ड ने अंग्रेजी इलेक्टिव विषय की शर्त को लगा दी लेकिन प्रदेश की सबसे बड़ी पुरानी कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी इलेक्टिव विषय ही नहीं है। जिसके चलते विद्यार्थी मंझदार में फंस गए हैं। वहीं विद्यार्थियों ने बोर्ड की इस शर्त पर ही सवाल उठा दिया है। विद्यार्थियों का कहना है कि जब कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी अंग्रेजी इलेक्टिव की पढ़ाई करवाती ही नहीं है तो फिर वे उस विषय को कैसे पढ़ सकते हैं। इसलिए अध्यापक भर्ती बोर्ड को अंग्रेजी इलेक्टिव की शर्त को वापस लेना चाहिए।
पीजीटी भर्ती में भी पेंच
पीजीटीभर्ती में भी बीएड ना करने वालों को शुद्धिपत्र में छूट देने के बावजूद
उनके आवेदन स्वीकार नहीं किए जा रहे। प्रोमिला और सुरेश ने बताया कि एक सितंबर को पीजीटी की भर्ती निकली थी। जिसके बारे में तीन सितंबर को शुद्धिपत्र बोर्ड की ओर से निकाला गया। जिसमें 2012 से पहले एचटेट पास करने वाले विद्यार्थियों को आवेदन करने में छूट देने का प्रावधान किया गया था। ऐसे विद्यार्थियों पर अप्रैल 2018 तक बीएड पास करने की शर्त लगाई गई थी। शुद्धिपत्र को आए हुए 14 दिन बीत चुके हैं लेकिन ऑनलाइन फार्म भरते समय बिना बीएड किए हुए विद्यार्थियों के आवेदन सिस्टम स्वीकार ही नहीं कर रहा। इसके बारे में विद्यार्थियों ने बोर्ड के हेल्पलाइन नंबर पर भी कई बार फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिसके चलते विद्यार्थियों ने बोर्ड को लिखित शिकायत भी भेजी है। 340 पदों के लिए थी भर्ती हरियाणास्कूल अध्यापक भर्ती बोर्ड की ओर से 7 सितंबर को विज्ञापन संख्या 4/2014 के तहत टीजीटी अंग्रेजी के 340 पदों की भर्ती निकाली है। जिसमें बीए में अंग्रेजी इलेक्टिव विषय को अनिवार्य करने की शर्त भी लगाई गई है। केयू में अंग्रेजी इलेक्टिव ना होने के कारण केयू से बीए की पढ़ाई करने वाले हजारों आवेदक इस भर्ती के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। रोहतक के लिए निकली है भर्ती विद्यार्थीसंदीप तंवर ने कहा कि अंग्रेजी इलेक्टिव विषय की शर्त लगाने से यह स्पष्ट हो गया है कि यह भर्ती केवल रोहतक यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए ही निकाली गई है। इसका कारण एमडीयू रोहतक में अंग्रेजी इलेक्टिव विषय को पढ़ाया जाना है। विद्यार्थियों ने कहा कि निकाली गई भर्ती पूरी तरह से क्षेत्रवाद को दर्शा रही है। यह पूरी तरह से गलत है। छात्रा मीनाक्षी, सुमन, प्रतिभा, पूनम और शिखा ने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने अध्यापक भर्ती बोर्ड को शिकायत कर दी है। अगर इसके बावजूद इसे ठीक नहीं किया गया तो केयू से बीए पास करने वाले विद्यार्थी कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। यूनिवर्सिटी कॉलेज की अंग्रेजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. रीटा ने बताया कि यूनिवर्सिटी कॉलेज में अंग्रेजी इलेक्टिव विषय नहीं पढ़ाया जाता है। एमडीयू में अंग्रेजी इलेक्टिव पढ़ाई जाती है। हां फंक्शन अंग्रेजी विषय का ऑप्शन केयू से संबंद्धता रखने वाले कॉलेजों में जरूर है।
उनके आवेदन स्वीकार नहीं किए जा रहे। प्रोमिला और सुरेश ने बताया कि एक सितंबर को पीजीटी की भर्ती निकली थी। जिसके बारे में तीन सितंबर को शुद्धिपत्र बोर्ड की ओर से निकाला गया। जिसमें 2012 से पहले एचटेट पास करने वाले विद्यार्थियों को आवेदन करने में छूट देने का प्रावधान किया गया था। ऐसे विद्यार्थियों पर अप्रैल 2018 तक बीएड पास करने की शर्त लगाई गई थी। शुद्धिपत्र को आए हुए 14 दिन बीत चुके हैं लेकिन ऑनलाइन फार्म भरते समय बिना बीएड किए हुए विद्यार्थियों के आवेदन सिस्टम स्वीकार ही नहीं कर रहा। इसके बारे में विद्यार्थियों ने बोर्ड के हेल्पलाइन नंबर पर भी कई बार फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिसके चलते विद्यार्थियों ने बोर्ड को लिखित शिकायत भी भेजी है। 340 पदों के लिए थी भर्ती हरियाणास्कूल अध्यापक भर्ती बोर्ड की ओर से 7 सितंबर को विज्ञापन संख्या 4/2014 के तहत टीजीटी अंग्रेजी के 340 पदों की भर्ती निकाली है। जिसमें बीए में अंग्रेजी इलेक्टिव विषय को अनिवार्य करने की शर्त भी लगाई गई है। केयू में अंग्रेजी इलेक्टिव ना होने के कारण केयू से बीए की पढ़ाई करने वाले हजारों आवेदक इस भर्ती के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। रोहतक के लिए निकली है भर्ती विद्यार्थीसंदीप तंवर ने कहा कि अंग्रेजी इलेक्टिव विषय की शर्त लगाने से यह स्पष्ट हो गया है कि यह भर्ती केवल रोहतक यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए ही निकाली गई है। इसका कारण एमडीयू रोहतक में अंग्रेजी इलेक्टिव विषय को पढ़ाया जाना है। विद्यार्थियों ने कहा कि निकाली गई भर्ती पूरी तरह से क्षेत्रवाद को दर्शा रही है। यह पूरी तरह से गलत है। छात्रा मीनाक्षी, सुमन, प्रतिभा, पूनम और शिखा ने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने अध्यापक भर्ती बोर्ड को शिकायत कर दी है। अगर इसके बावजूद इसे ठीक नहीं किया गया तो केयू से बीए पास करने वाले विद्यार्थी कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। यूनिवर्सिटी कॉलेज की अंग्रेजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. रीटा ने बताया कि यूनिवर्सिटी कॉलेज में अंग्रेजी इलेक्टिव विषय नहीं पढ़ाया जाता है। एमडीयू में अंग्रेजी इलेक्टिव पढ़ाई जाती है। हां फंक्शन अंग्रेजी विषय का ऑप्शन केयू से संबंद्धता रखने वाले कॉलेजों में जरूर है।
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