शि' का अर्थ है पापों का नाश करने वाला और 'व' कहते हैं मुक्ति देने वाले को। भोलेनाथ में ये दोनों गुण हैं इसलिए वे शिव कहलाते हैं।
शिव भक्तों का सर्वाधिक लोक प्रिय मंत्र है "ॐ नमः शिवाय"।
नमः शिवाय अर्थात शिव जी को नमस्कार
पाँच अक्षर का मंत्र है "न", "म", "शि", "व" और "य" ।
प्रस्तुत मंत्र इन्ही पाँच अक्षरों की व्याख्या करता है। स्तोत्र के पाँच छंद पाँच अक्षरों की व्याख्या करते हैं।
अतः यह स्तोत्र पंचाक्षर स्तोत्र कहलाता है। "ॐ" के प्रयोग से यह मंत्र छः अक्षर का हो जाता है।
ॐ नमः शिवाय
jai bhole nath
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